देहरादून, 10 जुलाई। ग्राफिक एरा को एमबीबीएस की एक सौ पचास सीटें मिलने के बाद देहरादून लौटने पर ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला का डॉक्टरों, शिक्षकों और स्टाफ ने फूलों की बारिश करके जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर डॉ कमल घनशाला ने कहा कि ग्राफिक एरा को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा के लिए और ज्यादा मेहनत करनी होगी।
चार दिन पहले नेशनल मेडिकल कमीशन ने ग्राफिक एरा अस्पताल को पहले निरीक्षण में ही बेहतर व्यवस्थाएं पाकर एमबीबीएस की 150 सीटों के साथ मेडिकल कालेज के रूप में मान्यता दी है। इस बड़ी कामयाबी के बाद आज सुबह ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी पहुंचने पर डॉ कमल घनशाला का फूलों की बारिश करके स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय में मिठाई बांटने के साथ आतिशबाजी की गई। इस मौके पर एक बड़ा केक भी काटा गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ कमल घनशाला ने कहा कि अत्याधुनिक अस्पताल और मेडिकल कालेज बनाना उनका पुराना सपना था। इसे पूरा करने के लिए 2012 में कार्य शुरु कर दिया गया था। कोविड और अन्य चुनौतियों के कारण अस्पताल और मेडिकल कालेज में ज्यादा समय लग गया। इस विलम्ब का यह फायदा हुआ कि इस दौरान ब्रिटेन, अमेरिका, सिंगापुर के बड़े मेडिकल कालेज देखने और उनकी विशेषताओं को अपने मेडिकल कालेज में अपनाने का मौका मिल गया। ये एक ऐसा मेडिकल कालेज है जिसमें मेडिकल कमीशन को कोई कमी नहीं मिली और इसे बहुत अच्छे रिमार्क दिये गये हैं।
डॉ कमल घनशाला ने कहा कि नई सफलता और मान्यताएं हमारे दायित्व और बढ़ा देती हैं। अब और ज्यादा बेहतर व्यवस्थाएं तथा परिणाम देने का उत्तरदायित्व आ गया है। इसके लिए सबको मिलकर कार्य करना है। गुणवत्ता के आधार पर ही सभी फैसले होते हैं, यह सबको ध्यान में रखना है। उन्होंने कामयाबी के लिए ग्राफिक एरा के अधिकारियों, चिकित्सको, शिक्षकों और स्टाफ को बधाई दी। चेयरमैन डॉ घनशाला का स्वागत करने वालों में प्रो-वाइस चांसलर डॉ राकेश कुमार शर्मा, ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ संजय जसोला, ग्राफिक एरा अस्पताल के निदेशक डॉ पुनीत त्यागी, निदेशक अवस्थापना डॉ सुभाष गुप्ता, डीन डॉ डी आर गंगोडकर, कुलसचिव डॉ अरविंद धर, अनिल चौहान, पी सी बड़थ्वाल समेत सैकड़ों लोग शामिल थे।